ये बड़ी अजीब सी बात है,
यूँ जुदा है तू कि तू साथ है.
दिन तेरी याद से तर-ब-तर,
और सूखी रेत सी रात है.
ये लकीर हो ना हो हाथ में,
मेरे हाथ में तेरा हाथ है.
अभी देखिये होता है क्या,
अभी इश्क कि शुरुवात है.
ए चाँद तू भी तो देखना,
वो जो मेरी जाने हयात है.
तुझे भीगना ही पड़ेगा अब,
मेरे प्यार कि बरसात है.
यूँ जुदा है तू कि तू साथ है.
दिन तेरी याद से तर-ब-तर,
और सूखी रेत सी रात है.
ये लकीर हो ना हो हाथ में,
मेरे हाथ में तेरा हाथ है.
अभी देखिये होता है क्या,
अभी इश्क कि शुरुवात है.
ए चाँद तू भी तो देखना,
वो जो मेरी जाने हयात है.
तुझे भीगना ही पड़ेगा अब,
मेरे प्यार कि बरसात है.