नया सा एक कोई सिलसिला बना लेते,
कभी हमें भी अपना आईना बना लेते।
हमें तो बस किसी सज़दे में सर झुकाना था,
हमारा क्या है तुम्हे ही खुदा बना लेते।।
कभी हमें भी अपना आईना बना लेते।
हमें तो बस किसी सज़दे में सर झुकाना था,
हमारा क्या है तुम्हे ही खुदा बना लेते।।